my positive point for my life is.....To be hopeful in bad times is not just foolishly romantic. It

my positive point for my life is.....To be hopeful in bad times is not just foolishly romantic. It
my positive point for my life is.....To be hopeful in bad times is not just foolishly romantic. It is based on the fact that human history is a history not only of cruelty, but also of compassion, sacrifice, courage, kindness. What we choose to emphasize in this complex history will determine our lives. If we see only the worst, it destroys our capacity to do something. If we remember those times and places -- and there are so many -- where people have behaved magnificently, this gives us the energy to act, and at least the possibility of sending this spinning top of a world in a different direction.

Friday, November 28, 2014

बेटी बचाओ कल हमारा होगा



लड़की परायी धन होती है अपने घर में है तो माँ पापा बोलते है और शादी करके ससुराल जाती है तो ससुराल वाले बोलते है लेकिन लड़की का घर है कहा???? इसके उलट देखिये तो ये दुनिया को जन्म देने वाली भी लड़की ही है वो है धरती माता ! राजा को या गरीब को सबको लड़की ही जन्म देती है फिर भी लड़की परायी है ? भगत सिंह हो या मोदी हो , राम हो या रहीम हो सबको को लड़की ही जन्म दी है फिर उनका अधिकार कंही साबित नहीं होता है ??
अगर बात किया जाये आज़ादी के ६० साल बाद भी तो आज भी लड़की की दशा में उतनी सुधार नहीं ...आई है जितनी होनी चाहिए ! भारत के कुल गावों में सरकारी बिधालयो में देखा जाये तो कंही भी लड़की सौचालय की सुबिधा नहीं है आज भी कितनी लड़कियां पढ़ने में तेज होने के बाद भी
वह स्कूल नहीं जा पाती है क्योंकि उनको वो माहोल नहीं मिल पता है वहा आज भी यतायात की सुबिधा नहीं है ? और अगर कोई लड़कियां पढ़ लेती भी है तो दहेज़ के लोभी माहोल के चलते कुछ उसकी बलि चढ़ जाती है तो कुछ दहेज़ नहीं देने के वजह से ऐसे लड़के के पाले पड़ जाती है या तो वो खानदानी धनि है या खानदानी बुरबक है और बस दहेज का कीड़ा उसके सभी सपने को खा जाता है ? मै पूछना चाहता हूँ आखिर ये लडकिया जाये तो जाये कहा? जबकि टाटा हो या बिरला या फिर बिल गेट सभी ने एक औरत से ही जन्म लिया है ! कितनी लड़कियों को गर्भ में ही मार दिया जाता है !
एक गर्भ में पल रही बेटी माँ से दुआ करती है..
हे माँ मुझे भी आने दो दुनिया में
मै भी रानी लक्ष्मी बन सकती हूँ
मै भी कल्पना चावला बन सकती हूँ
मै अगर ये सब नहीं कर सकी फिर भी
भगत सिंह जैसे पुत्र दे सकती हूँ
मै शायद कोई दूसरा चंद्रशेखर
या स्वामी विवेकानंद दे सकती हूँ
माँ मुझे भी आने दो इस दुनिया में
मत मारो मुझे मै भी सरला ठकराल बन जाऊ या बना दू ...
बेटी बचाओ कल हमारा होगा
बेटी पढ़ाओ देश को आगे बढ़ाओ























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